भोपाल -
सीएम-सीएस ने विभागों के एसीएस-पीएस की बैठक की
28 जुलाई से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के लिए सरकार ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिवों के साथ बैठक की।
इसमें सीएम ने कहा कि विपक्ष के मुद्दों का जवाब देते समय आखिरी समय में अधिकारी अपने विभागीय मंत्रियों को स्लिप भेजते हैं। इससे पक्ष सही तरीके से नहीं आ पाता। इसलिए पहले से ही पूरी ब्रीफिंग करें। उपलब्धियों की जानकारी दें। सरकार के कई बड़े काम हैं जो सामने रखे जा सकते हैं। बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन भी थे।
सीएम ने कहा कि सदन में अब हर समय कम से कम तीन मंत्री मौजूद रहेंगे। इसका रोस्टर बना दिया गया है। ये मंत्री सदन में भाजपा विधायकों की मौजूदगी भी देखेंगे। साथ ही इस पर भी नजर रखेंगे कि किसी सवाल के जवाब के समय विधायक गैरहाजिर तो नहीं हैं। इन तीन मंत्रियों के अलावा बाकी मंत्री तो रहेंगे ही, लेकिन रोस्टर वाले तीन मंत्री हर दिन जरूर रहेंगे।
तुरंत तैयारी कर लें... बैठक में सीएस ने अफसरों से कहा कि मानसून सत्र में विधेयक पेश होने वाले हैं। कई विभागों की तैयारी कैसी है? इस पर कुछ विभागों ने कहा कि उनके विधेयक पहले कैबिनेट में लाने हैं। सीएस ने कहा, तुरंत तैयारी कर लें।
पीएस बोले, सिया मुद्दा, पेंशन के बजट में कमी पर सवाल उठ सकते हैं
बैठक में सीएस ने सभी विभागों से पूछा कि उनके विभाग से जुड़े मुद्दे तो नहीं हैं, जिन्हें विपक्ष उठा सकता है। इस पर विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने ही सबसे पहले बताया कि इस समय सिया से जुड़ा विवाद सुर्खियों में है। यह उठ सकता है। सामाजिक न्याय की प्रमुख सचिव सोनाली पोंक्षे वायंगणकर ने कहा कि पेंशन के लिए बजट की दिक्कत आ रही है। यह विषय आ सकता है। कुछ अधिकारियों ने कानून-व्यवस्था को लेकर भी बात कही। इस पर सीएम ने कहा कि सरकार की उपलब्धियां काफी हैं। इसलिए दमदारी से तैयारी करें। मंत्रियों को सब बताएं।
मंत्रियों को जल्द ब्रीफिंग देंगे
बैठक के बाद यह तय हो गया कि अगले दो-तीन दिन के भीतर तमाम अधिकारी अपने विभाग के मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। विधानसभा से जितने भी प्रमुख सवाल विभाग में आए हैं और उन पर चर्चा संभावित है, उसकी जानकारी उन्हें लिखित के साथ मौखिक दी जाएगी।
विधायकों से भी बात करेंगे मुख्यमंत्री
पार्टी संगठन के साथ मुख्यमंत्री जल्द ही विधायकों से भी बात करेंगे। कई पार्टी विधायकों की ओर से भी ऐसे सवाल लगाए गए हैं, जिनको लेकर असहज स्थिति बन सकती है। इसलिए विधायकों को भी ताकीद की जा सकती है।