चित्तौड़गढ़ -
मेवाड़ के कृष्णधाम भगवान श्री सांवलिया सेठ जी के मंदिर में बुधवार को दान पात्र खोला गया। यह दान पात्र हर महीने खोला जाता है, ताकि उसमें जमा हुई राशि की गिनती की जा सके। इस बार पहले ही दिन, सात करोड़ 15 लाख रुपयों की गिनती हुई है।
दान पात्र चतुर्दशी की सुबह राजभोग आरती के बाद खोला गया। जैसे ही भंडार खोला गया, भक्तों ने "जय सांवरा सेठ" के जोरदार नारे लगाए। माहौल भक्तिमय हो गया था। मंदिर मंडल के सभी सदस्य और अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद थे।
नोटों की गिनती मंदिर मंडल के कर्मचारी और बैंक के स्टाफ द्वारा मिलकर की गई। सुबह से शुरू हुई गिनती शाम तक चली, जिसमें लाखों की संख्या में नोटों को सावधानी से निकाला गया, गिना गया और फिर रिकॉर्ड किया गया। 24 जुलाई को हरियाली अमावस्या है। इस दिन मंदिर में भीड़ रहती है, इसलिए सुरक्षा और व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए गिनती नहीं की जाएगी। अब अगली गिनती 25 जुलाई को होगी।
मंदिर के अधिकारियों के अनुसार यह केवल पहला दिन है। आने वाले दिनों में दान पात्र के साथ-साथ भेंट कक्ष में मिले गहनों, चांदी, सोने और ऑनलाइन ट्रांसफर हुए दान की भी गणना की जाएगी। साथ ही जो भक्त सीधे मंदिर आकर नकद भेंट देते हैं, उसकी भी अलग से गिनती की जाएगी। सांवलिया सेठ जी को धन-दौलत और व्यापार में वृद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है। देशभर से लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं और दिल खोलकर दान करते हैं।
राजस्थान में सांवलिया सेठ को अजब-गजब चढ़ावे: कोई चांदी के बुलेट-गन तो कोई फ्यूल मशीन दान कर रहा, पोकलेन-डंपर, रावण तक भेंट किए