भोपाल /नीमच - अपनी मांगो के लिए सत्ता शासन के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना आंदोलन प्रत्येक भारतीय का संवैधानिक अधिकार है और वर्तमान में जिस प्रकार से सम्पूर्ण देश में भारतीय जनता पार्टी आंदोलनों को कुचलने के लिए अंग्रेजी शासन की तर्ज पर अपने विरोध में आवाज उठाने वाले संगठन व्यक्तियों पर संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर झूठे प्रकरण लाद रही है वो किसी से छुपा हुआ नहीं है।
देश की जनता जानती है की किस प्रकार से सीबीआई ,ईडी , पुलिस , चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं का तानाशाही पूर्वक दबाव बनाकर भाजपा अपने विरोध में आवाज उठाने वालो के ऊपर असंवैधानिक कार्यवाही करवा रही है जिस पर कई बार माननीय न्यायालयों ने भी संज्ञान लिया है जिससे स्पष्ट प्रतीत और प्रमाणित होता है की वर्तमान में भाजपा द्वारा देश प्रदेश में अघोषित आपातकाल लगाया हुआ है और आज भाजपा के खिलाफ बोलने वालो को जेल की सलाखों के पीछे पहुँचाया जा रहा है उन पर लाठीचार्ज किया जा रहा है झूठे प्रकरणों में फंसाया जा रहा है तो क्या अब आम जन को नहीं लगता की यह भाजपा का अघोषित आपातकाल है ? भाजपा के ऊपर उक्त कटाक्ष करते हुए आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता इंजी नवीन कुमार अग्रवाल ने आम जन से उक्त सवाल किया है।
अग्रवाल ने कहा की जिस प्रकार से हरदा में करणी सेना के साथियो के ऊपर लाठीचार्ज किया गया है वो निंदनीय है क्योँकि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करना कही भी गलत नहीं है तो फिर क्यों हरदा का प्रशासन उत्तेजित हुआ और निहत्थे साथियो के ऊपर लाठीचार्ज किया गया जिसकी प्रमाणिकता वायरल विडिओ से देखी जा सकती है की किस प्रकार से पुलिस ने एग्रेसिव होकर निहत्थे कार्यकर्ताओं के ऊपर लाठीचार्ज किया।
इसी प्रकार की घटना नीमच जिले में हुई जब एक पूर्व सरपंच ने शासकीय संस्था का हवाला देकर विरोध करना चाहा तो उस पर ही प्रकरण दर्ज कर दिया गया। आप साथियो द्वारा भी जब ग्वालियर में सड़क की खस्ताहाल दशा को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया तो भाजपा के इसारे पर झूठा प्रकरण दर्ज कर दिया गया इस प्रकार की कई असंवैधानिक कार्यवाहियां प्रदेश में भाजपा द्वारा की जा रही है जिस पर एक किताब लिखी जा सकती है।
क्या यह उचित है ? अब समय आ गया है जब प्रदेश की और देश की जनता को सोचना है की हम किसे अपना बहुमूल्य मत देकर तानाशाही और अघोषित आपातकाल को बढ़ावा दे रहे है।
आम आदमी पार्टी उक्त प्रकार की असंवैधानिक कार्यवाहियों की कड़ी निंदा करती है और प्रशासन से मांग करती है की हरदा सिंगोली और ग्वालियर में दर्ज झूठे प्रकरण वापस लिए जावे।