KHABAR: श्रावण चतुर्दशी पर हुआ भगवान पशुपतिनाथ का दूर्वा अभिषेक, 1985 से निरंतर परंपरा जारी, एनसीसी कैडेट्स ने भी दी सलामी, पढ़े MP44NEWS पर खास खबर

MP 44 NEWS July 23, 2025, 4:23 pm Technology

मंदसौर - शिवना किनारे स्थित विश्व प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर में बुधवार को श्रावण मास की चतुर्दशी और आगामी स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में विशेष आयोजन हुआ। बाबा पशुपतिनाथ की प्रतिमा का दूर्वा अभिषेक से श्रृंगार किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। ज्योतिष एवं कर्मकांड परिषद द्वारा आयोजित विशेष पूजा में देश की सलामती और खुशहाली की प्रार्थना की गई। कार्यक्रम में क्षेत्र के एनसीसी कैडेट्स ने भगवान पशुपतिनाथ को सलामी दी। 1985 से हो रहा दूर्वा अभिषेक परिषद के प्रमुख पंडित उमेश जोशी ने बताया कि यह परंपरा 1985 से निरंतर चली आ रही है। उन्होंने कहा, "इस अभिषेक का विशेष महत्व है क्योंकि इसमें कोई मुख्य अतिथि नहीं होता। इस दौरान केवल परमात्मा और देश को प्राथमिकता दी जाती है।" मुख्य पुजारी बोले- श्रावण मास की चतुर्दशी पर आजाद हुआ था देश पशुपतिनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया, "श्रावण मास की चतुर्दशी पर देश आजाद हुआ था। आज चतुर्दशी होने की वजह से भगवान पशुपतिनाथ का दुर्वा अभिषेक किया गया है। साथ ही देश, सीमा पर तैनात सैनिकों और भगवान के भक्तों के सिंदूर की रक्षा के लिए भी प्रार्थना की गई।" सनातन धर्म में दूर्वा अभिषेक को विशेष महत्व दिया गया है। मान्यता है कि इस अभिषेक से सामूहिक समस्याओं और विपदाओं का नाश होता है, जिस कारण आम लोग भी इस पूजा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

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