नीमच - मध्य प्रदेश पुलिस के महानिदेशक कैलाश मकवाना को 'नशे से है दूरी जरूरी' अभियान के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन में दर्ज किया गया है। यह सम्मान उन्हें प्रदेश भर में चलाए गए एक व्यापक और सफल जागरूकता अभियान के लिए दिया गया है, जिसका उद्देश्य युवाओं और समाज को नशे के घातक परिणामों के प्रति सचेत करना था।
यह अभियान डीजीपी कैलाश मकवाना के नेतृत्व में शुरू किया गया था और इसे पूरे राज्य में भारी सफलता मिली। इस अभियान के तहत, पुलिस ने स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर कई कार्यक्रम आयोजित किए। इन कार्यक्रमों में नुक्कड़ नाटक, जागरूकता रैलियां, कार्यशालाएं और जनसभाएं शामिल थीं। इन सभी प्रयासों से लाखों लोगों तक नशे के खिलाफ संदेश पहुँचाया गया।
इस उपलब्धि पर डीजीपी कैलाश मकवाना ने कहा, "यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश पुलिस के हर उस सिपाही का है जिसने इस अभियान को सफल बनाने के लिए दिन-रात मेहनत की। हमारा मकसद समाज को नशे के चंगुल से बाहर निकालना है, और यह अभियान उस दिशा में एक छोटा सा कदम है।" उन्होंने यह भी कहा कि यह सम्मान हमें भविष्य में और भी बेहतर काम करने के लिए प्रेरित करेगा।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अधिकारियों ने इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह अपनी तरह का एक अनूठा प्रयास था, जिसने समाज में एक बड़ा सकारात्मक बदलाव लाने में मदद की है।
उन्होंने विशेष रूप से अभियान की व्यापकता और लोगों की भागीदारी की प्रशंसा की।
'नशे से है दूरी जरूरी' अभियान ने यह साबित कर दिया है कि पुलिस सिर्फ कानून-व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं है, बल्कि वह सामाजिक बदलाव लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। डीजीपी कैलाश मकवाना का यह सम्मान न केवल मध्य प्रदेश पुलिस के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह देश भर के अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।